बालगीत-तारे औऱ बाल जिज्ञासा
दिखें रात में नभ में तारे। जाते कहाँ दिवस में सारे।। टिम-टिम करके करते बातें। अच्छी लगती हैं तब रातें।।
Read Moreदिखें रात में नभ में तारे। जाते कहाँ दिवस में सारे।। टिम-टिम करके करते बातें। अच्छी लगती हैं तब रातें।।
Read Moreपाजामे का नव अवतार। प्लाजो आया तज सलवार।। नए रूप में बड़ा निराला। रंग – बिरंगा नीला काला।। नीचे –
Read Moreमेरे वतन की धूल को। मेरे वतन के फूल को।। मेरा नमन! मेरा नमन!! मेरा वतन ! अपना वतन!! हम
Read Moreसबसे न्यारा सबसे अच्छा ,प्यारा अपना देश, सब रहते है इस बगिया में जाकिर ,जॉन महेश । सुखविंदर भी रहते
Read Moreदिव्या, हीरा ,आभा , तीनों मित्र थीं। साथ साथ पढ़ती खेलती ।एक नहीं आती तो दूसरी उसे बुलाने पहुंच जाती।
Read Moreहम बच्चे फिर स्कूल चलेंगे। उम्मीदें नव झूल चलेंगे। मीत बनेंगे प्यारे-प्यारे, हस्ते- गाते रोज़ मिलेंगे । खेलेंगे हम खूब
Read Moreभाता मुझको मेरा गाँव। वहाँ पेड़ की शीतल छाँव।। शहरों से अच्छा है प्यारा। नदिया का है शांत किनारा।। जाने
Read Moreकिसी विषय का पूर्ण किन्तु संक्षिप्त और सरल परिचय देना ही निबंध लेखन की सबसे बड़ी विशेषता है| निबंध शब्द
Read Moreमुर्गा ने देखो बांग लगाई जल्दी-जल्दी छोड़ो रजाई सुबह सवेरे आंखें खोलो मन के सारे तालें खोलो माता-पिता के चरण
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