प्रेमचंद के दर्जनों उपन्यास, 350 कहानियाँ और कुछ कविताएँ
प्रेमचंद की मूलभाषा उर्दू/फ़ारसी रही है, खड़ीबोली हिंदी तो उसने बाद में अपनाए ! वैसे आजादी के बाद भी कई
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Read Moreहिंदी के अनन्य भक्त संत विनोबा भावे “मैं दुनिया की सब भाषाओं की इज़्ज़त करता हूं परंतु मेरे देश
Read Moreएक व्यक्ति जिनका नाम ‘नवाब’ रहा, ‘धनपत’ रहा, परंतु ताज़िन्दगी कष्टों और अभावों में जीते रहे, जबकि वे उन कालखण्डों
Read Moreहिंदी दलित आत्मकथा में Ph. D. प्राप्त करनेवाले पूरे भारत और हिंदी के पहले शोधार्थी हैं । मैं गौरवान्वित महसूस
Read Moreकवि-गीतकार गोपालदास नीरज, जिनके साथ कभी मैंने भी किया था ‘काव्य-पाठ’…… पद्मश्री, फिर पद्मभूषण गोपाल दास ‘नीरज’ 19 जुलाई 2018
Read Moreसंस्कृत भाषा और साहित्य संसार की प्राचीनतम भाषा और साहित्य में है। संस्कृत विद्वान पं. काशीनाथ मिश्र को सादर नमन।
Read Moreकटिहार जिला, बिहार के मनिहारी के कुछ हिस्से के जमींदार सत्तो बाबू के यहाँ डॉक्टर फूलो यानी फूलो बाबू यानी
Read Moreप्रो. जोगा सिंह वास्तव में हिन्दी के योद्धा नहीं है. उनकी मातृभाषा पंजाबी है. वे मातृभाषाओं को शिक्षा का माध्यम
Read Moreजबसे सोशल मीडिया का चलन बढ़ा है।हिन्दी लेखकों की बाढ़ सी आ गयी है ।यह एक अच्छी और सकारात्मक क्रेज
Read Moreहिंदी जासूसी उपन्यासकारों में प्रमुख स्तम्भ वेदप्रकाश शर्मा नहीं रहे। हालाँकि वे पॉकेट बुक्स व लुगदी साहित्य के पुरोधा थे,
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