कविता

“हाइकु”

आयो रे आयो

सावन झूम आयो

नाचत मोर।।-1

झींगुर किर्रे

मेढ़क टर टर्रे

निशा चिंतित।।-2

पर्व त्योहार

फल फूल बहार

सावनी तीज।।-3

धान गड़ाई

प्रिय किसान भाई

अल्प आहार।।-4

बरखा ऋतु

नदिया उतिराई

निगोड़ी बाढ़।।-5

टपके ओरी

हुई विह्वल गोरी

नैन अधीर।।-6

कोयल बोले

चंचल कागा डोले

भौंरा मचले।।-7

बोल सखी री

मिल गाएं कजरी

झूला दिल का।।-8

ताल तलैया

भर गए पोखर

छाया बादल।।-9

सावन सेज

मनभावन लागे

कंगना बाजे।।-10

महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी

*महातम मिश्र

शीर्षक- महातम मिश्रा के मन की आवाज जन्म तारीख- नौ दिसंबर उन्नीस सौ अट्ठावन जन्म भूमी- ग्राम- भरसी, गोरखपुर, उ.प्र. हाल- अहमदाबाद में भारत सरकार में सेवारत हूँ