रेखा और विश्वफूल
अरे वाह ! आपका हृदय से आभार ! बस, कुछ न कुछ करते रहता हूँ, अपने लिए, औरों के लिए…. धन्यवाद, भाई ! ‘एक्सरे’ प्लेट पर
अपने को देख लीजिए, आपकी ‘सुंदरता’ की ‘औकात’ पता चल जाएगी !
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हिंदी और साउथ फ़िल्मों की अद्भुत नायिका व सफल अभिनेत्री “रेखा” उर्फ़ भानुरेखा गणेशन की 66वीं जन्मदिवस (10 अक्टूबर) पर हृदकामनाएँ ! रेखाजी के पिता स्व. जैमिनी गणेशन भी अभिनयसम्राट थे तथा ये पिता-पुत्री दोनों ‘पद्मश्री’ से सम्मानित थे । राष्ट्रपति से मनोनीत राज्यसभा सांसद रही रेखाजी वर्त्तमान में भी भारतीय सिनेमा में सक्रिय हैं, उनकी स्वस्थजीवन की कामना लिए शतायुजीवन हेतु शुभकामनाएं !
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अभिनेत्री ‘रेखा’ की बिंदास ‘फैन’ युवा कवयित्री स्वर्णलता ‘विश्वफूल’ ने उनपर कई कविताएँ लिखी हैं । उन कविताओं में ‘ये उदास चेहरे’ को India Book of Records ने Most awarded Poem शीर्षक से रिकॉर्ड दर्ज़ की है । कवयित्री विश्वफूल भी ‘पद्मश्री’ के लिए Nominate रही हैं । सुश्री विश्वफूल को भी एतदर्थ शुभकामनाएं !