मेरे पिता क्या है
सिर पर बाल की छाया होते हैं पिता ,
जीवन का मजबूत स्तंभ होते हैं पिता ।
हर दुख को सहने की ताकत देते हैं पिता ,
सभी से बढ़कर साहस,विश्वास देते हैं पिता ।
जीवन की अमूल्य धरोहर होते हैं पिता ,
घर के ऊपर छत की तरह छाया होते हैं पिता ।
फ़ूलों के कवच की तरह रक्षा हमेशा करते है पिता ,
हर परिस्थिति से लड़ने की सीख देते है पिता ।
पिता बिन जीवन का कोई औचित्य नहीं होता ,
पिता समान जग में कोई अपना नहीं होता ।
जीवन का असली सार यही तो है मित्रों ,
जीवन की गुणवत्ता सुधार देते हैं पिता ।
पिता नहीं तो जीवन खाली खाली लगता है ,
हर वक़्त अजब सा सूना – सूना बना रहता है ।
पिता से होती है हर कमी पूरी जीवन की ,
पिता नहीं तो कोई भी अपना नहीं होता है ।
कैसे मैं समझाऊ अब अपने आप को ,
पिता जो हरदम हरवक्त यादों में रहते हैं ।
स्मृतियाँ हर क्षण हरपल तड़पाती हैं उनकी ,
कोई और उनके समकक्ष न हो पाती है ना पायी है ।
क्योंकि पिता की कमी कोई भर नहीं सकता ,
जो खाली रह गया वो जगह कोई कभी ले नहीं सकता ।
— रूपेश कुमार