“दोहा”
दोहा अपने आप में, रखता सुंदर भाव
जागरूक करता सदा, लेकर मोहक चाव।।
छोटी छोटी बात से, मन को लेता मोह
चकित करे हर मोड़ पे, वरे न बैर बिछोह।।
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी
दोहा अपने आप में, रखता सुंदर भाव
जागरूक करता सदा, लेकर मोहक चाव।।
छोटी छोटी बात से, मन को लेता मोह
चकित करे हर मोड़ पे, वरे न बैर बिछोह।।
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी