योगी
1.
जीवन सादा जो रखे, वह योगी कहलाय।
मन से करता साधना, जीवन भी सध जाय॥
2.
निर्मल मधुमय भावना, योगी के मन होय।
जीवन उसका साधना, भव का बंधन खोय॥
3.
योग साधना रत सदा, अर्जित करता ज्ञान।
चंचल मन को रोकता, योगी उसको जान॥
— लीला तिवानी
1.
जीवन सादा जो रखे, वह योगी कहलाय।
मन से करता साधना, जीवन भी सध जाय॥
2.
निर्मल मधुमय भावना, योगी के मन होय।
जीवन उसका साधना, भव का बंधन खोय॥
3.
योग साधना रत सदा, अर्जित करता ज्ञान।
चंचल मन को रोकता, योगी उसको जान॥
— लीला तिवानी