भेड़िये… सिर्फ जंगलों में ही नहीं होते ।।
भेड़िये… सिर्फ जंगलों में ही नहीं होते ।। कहीं पहने हुए, इन्सान की खाल । और कहीं.. ओड़ इन्सानियत का
Read Moreभेड़िये… सिर्फ जंगलों में ही नहीं होते ।। कहीं पहने हुए, इन्सान की खाल । और कहीं.. ओड़ इन्सानियत का
Read Moreसुबह -सुबह चाय की चुस्कियों के बीच राहुल ने पत्नी सोना से अचानक पूछा – “क्या तुमने कभी किसी से प्यार
Read Moreभुला के वादे… भूला के कसमें लाए डोली किसी ओर की सजना। उतर के डोली, जब आँगन तेरे, उसने पायल छनकाई
Read Moreख्वाब अपनी पलकों पे, दिन – रात मैं सजाती हूँ ! देख हँसी लब पे तेरे, मैं पहरों मुस्कुराती हूँ
Read Moreक्यों मिले हो मुझे, जिन्दगी के इस मोड़ पर अपनाना चाहूं मैं… फिर भी तुझे अपना न सकूं !! क्यों
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