फूलों की जूबानी
फुल नहीं कहता किसी से आओ मुझसे प्यार करो मोहनी मुस्कान इसकी बरबस हमें लुभाती है। काँटों भरे दामन में
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Read Moreरात के बारह बजने वाले थे और रसोईघर का काम खत्म होने का नाम नहीं ले रहा था । कल
Read Moreफूल ले लो…हाँक लगाता हुआ ठेलेवाला जैसे ही सोसायटी में आया महिलाएँ निकल पड़ीं अपने लिये फूल और गमले खरीदने
Read Moreघर में कदम रखते ही बेटे को सरप्राइज देने की इच्छा परी की धुमिल हो गई ।क्योंकि एक मैसेज मम्मी
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