तुम्हारी याद
दिल में सावन की झड़ियां लगा रही हैइश्क़ की बारिश, मन को भिगा रही है उमड़ रहे हैं मचलते अरमानों
Read Moreदिल में सावन की झड़ियां लगा रही हैइश्क़ की बारिश, मन को भिगा रही है उमड़ रहे हैं मचलते अरमानों
Read Moreबचपन के वो दिन आज याद आएकितने बेपरवाह मस्तमौला थे हमशैतानियों के वो सारे पल याद आए टिकते नहीं थे
Read Moreढेर सारी उम्मीदें बार बार टूटने की टूटी उम्मीदों में खुद को बहलाने की बहला कर उस दर्द को सहलाने
Read Moreकभी कभी खुद ही को सभी से जुदा पाता हूँ मैं दुनिया की इस दौड़ में दर्शक सा रह जाता
Read Moreउसने कैमरा उठा लिया आग की लपटें उठ रही थी वो मुश्किल में फंसी हुई थी मदद के लिए लगी
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