गीत
आज फिर आँसू बगावत कर रहे हैं, नैन के तटबंध जबरन तोड़कर। फिर पुरानी याद ने दस्तक दिया है, खुल
Read Moreयाद है मुझे अभी भी ठीक से याद है मुझे यही कोई चार-पाँच साल की रही होगी मेरी उमर मेरे
Read Moreप्रकृति स्वयं में सौम्य सुशोभित, सुन्दर लगती है। देख समय अनुकूल हमेशा, सोती – जगती है ।। जब मानव की
Read Moreहमें यह कहने में गर्व का अनुभव होता है कि हम भारत वर्ष के निवासी हैं जो उस समय विश्व
Read Moreझारखंड। कोल्हान विश्व विद्यालय चाइवासा, झारखंड के स्नातकोत्तर महाविद्यादय के दर्शनशास्त्र विभाग में इनसे हैं हम पर गहन परिचर्चा रखी
Read Moreगोदान के संदर्भ में दो मुख्यत: बातें सामने आती हैं। एक 1936 में प्रकाशित मुंशी प्रेमचंद का जग जाहिर उपन्यास
Read Moreसंत कबीर के जन्म के बारे में प्रचलित कहानियों का निचोड़ यह है कि ये लहरतारा सरोवर के किनारे पाए
Read Moreजयंतिया हिल्स का भौगोलिक स्वरूप पर्वतराज हिमालय से जुड़ा हुआ है। राजनीतिक रूप से यह मेघालय राज्य का एक जिला
Read Moreपाकिस्तानी उर्दू अखबार जमींदार के सम्पादक मौलाना जफ़र अली खाँ ने एक बार किसी नौसिखिये शायर से आज़िज़ होकर उसे
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