तस्वीर…..
बरसों से एक तस्वीर तेरी बसा रखी है दिल में बड़ी शोख, शरारत भरी सूरत आंखों में लम्हा-लम्हा बड़े जतन
Read Moreकुछ सोच कर कहाँ लिखती हूं मैं तो बस अपने जज्बात लिखती हूं आंखें बंद करती हूँ सोचती हूं पल
Read Moreमिड डे मील की व्यवस्था चल रहा है पूरे देश में इसमें बच्चों को मिलता एक वक्त का पौष्टिक आहार
Read Moreएक अनजाना सा चेहरा कुछ धुंधला, कुछ अस्पष्ट सा लिपटा रहता है साये की तरह हर वक्त हर पल है
Read Moreनशे में झूमता हुआ नींद में उंघता हुआ बदहवास सा बेकाबू हुआ शहर जाने कहां को दौड़ता शहर अधनंगी सी
Read Moreटिकी रहती है दरवाजे पर वो दो जोड़ी आँखें…. टकटकी लगाए देखती है हर आने जाने वाले को करती है
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