ग़ज़ल
चेतना जड़ की निशानी आदमी। मगर सांसों की कहानी आदमी। देखने को बहुत लम्बी लगती है, पर बड़ी छोटी कहानी
Read Moreपिता तथा पुत्र भोजन बाले टेबल पर बैठे रात्रि भोज कर रहे थे। दोनों आपस में कई तरह की बातें
Read Moreबाबा बंदा सिंह बहादुर सिख इतिहास में तथा भारतीय इतिहास में गगन में ध्रुव तारे की भांति चमकता रहेगा, जो
Read Moreएक दरिया के किनारे, वृक्ष पर एक चिड़िया बैठी रो रही थी, अचानक ही ऊपर से उड़ता हुआ एक तोता
Read More