तमन्ना
तमन्नाओं की बस्ती इस कदर उजड़ गई एक एक तमन्ना दम तोड़ती चली गई अब न रही कोई तमन्ना न
Read Moreमैंने पाली इक बिल्ली रोज सुबह जाती साथ मेरे करती वह भी वॉक उछल कूद करती रस्ते भर कभी इधर
Read Moreसत्ता का नशा सिर चढ़ बोलता रुतबा है पैसे की खनक है इसमें तभी तो बेटा पिता से पत्नी पति
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