मेरी खुशियांँ , मेरे घर में
1–मेरा घर छोटा–सा ही पर , मेरे घर में रहनेवालों का दिल बहुत ही बड़ा है । 2–मैं महंगें वस्तुओं
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Read Moreहे संध्या ! रुको ! थोड़ा धीरे – धीरे जाना इतनी जल्दी भी क्या है ? लौट आने दो! उन्हें
Read Moreप्रकृति की अनुपम छटा मेरे गांँव में, याद आ रही है मुझे ! अपने गांँव की, ले चल मुझे! उसकी
Read Moreहर नारी की कहानी एक ही जैसी लगती , कैसे कहूंँ मैं, अंतर्मन में पीड़ा को छुपाएं सपने को सजाती,
Read Moreसमूचे विश्व को जोड़ती है – हिंदी सहज सरल भावों की अभिव्यक्ति है – हिंदी संयुक्त का महत्व बताती है
Read Moreहे मेरे प्रभु ! दो मुझे ऐसी शक्ति सत्य की राह पर चल सकूंँ, दीन दु :खियों की सेवा कर
Read Moreन करो !जीवन में आराम ,धरती के लाल! माटी से जुड़ों ! माटी में ही मिलना है। सींचो अपने खून
Read Moreप्राणों से प्यारा तिरंगा हमारा, सुख – समृद्धि, शांति का प्रतीक, हमारी एकता को दर्शाता है तिरंगा प्राणों से प्यारा
Read Moreव्यक्तित्व ही व्यक्ति की अस्मिता , जिनका कोई व्यक्तित्व नहीं , वह भी ! क्या कोई व्यक्ति ?, बिन व्यक्तित्व
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