अधूरी कहानी:अध्याय-14: नये दोस्त
उस दिन समीर को बहुत मार पड़ी कुछ लड़के ये सब देखकर समीर को बचाने जैसे ही गये उसी वक्त
Read Moreउस दिन समीर को बहुत मार पड़ी कुछ लड़के ये सब देखकर समीर को बचाने जैसे ही गये उसी वक्त
Read Moreसमीर वैसे तो बहुत नये ख्यालातों वाला था पर कालेज में उसका पहला दिन होने के कारण वह कोट पैंट
Read Moreसमीर के पिताजी एक नामी वकीलों में से एक हैं, समीर के परिवार में उसकी एक छोटी बहन रीता मल्होत्रा,
Read Moreछोटेलाल अपने गाॅव में गरीबों में गिने जाने वाले एक सीधे इंसान थे।उनकी पत्नी मुन्नी देवी तथा एक सात साल
Read Moreतेरे बिना चुप-चुप रहना अच्छा लगता है खामोशी से इक दर्द को सहना अच्छा लगता है । जिस हस्ती की
Read Moreमेरी चाहत तू है, मेरी जन्नत तू है मेरी जाना तू है, मेरी मन्नत तू है तेरी यादें मेरी चाहत, तेरी
Read Moreकभी कुछ कहने को, कभी चुप रहने को कभी गुनगुनाने को, कभी मुस्कराने को तो कभी सिर्फ़ तुझे सुनते रहने
Read More