शिब और शिबरात्रि (धार्मिक मान्यताएँ )
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार रात्रि यानी अंधकार का वक्त बुरी शक्तियों या भावनाओं के हावी होने का समय होता है,
Read Moreधार्मिक मान्यताओं के अनुसार रात्रि यानी अंधकार का वक्त बुरी शक्तियों या भावनाओं के हावी होने का समय होता है,
Read More(एक ) अपने थे , वक़्त भी था , वक़्त वह और था यारों वक़्त पर भी नहीं अपने बस
Read Moreतुम्हारा साथ ही मुझको करता मजबूर जीने को तुम्हारे बिन अधूरे हम विवश हैं जहर पीने को तुम्हारा साथ पाकर
Read Moreगज़ल गाना चाहता हूँ ,गुनगुनाना चाहता हूँ ग़ज़ल का ही ग़ज़ल में सन्देश देना चाहता हूँ ग़ज़ल मरती है
Read Moreसोमवार को लोकसभा में आम बजट 2016-17 पेश करते हुए छोटे करदाताओं को राहत देते हुए 5 लाख से कम
Read Moreहम आज तक खामोश हैं और वो भी कुछ कहते नहीं दर्द के नग्मों में हक़ बस मेरा नजर आता
Read Moreचंद शेर आपके लिए एक। दर्द मुझसे मिलकर अब मुस्कराता है जब दर्द को दबा जानकार पिया मैंने दो. वक्त
Read Moreगज़ब हैं रंग जीवन के गजब किस्से लगा करते जवानी जब कदम चूमे बचपन छूट जाता है बंगला ,कार,
Read Moreइन्सानियत दम तोड़ती है हर गली चौराहे पर ईंट गारे के सिबा इस शहर में रक्खा क्या है इक
Read Moreकैसी सोच अपनी है किधर हम जा रहे यारो गर कोई देखना चाहे बतन मेरे वह आ जाये तिजोरी में
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