ग़ज़ल
कटी रात कैसे रवानी न पूंछो. ग़मे इश्क की कुछ कहानी न पूछो. सितम को बताते रहे वो मुहब्बत. अज़ब
Read Moreचंदा मामा रूप तुम्हारा मुझे लुभाया करता है | घटना- बढना निश दिन तेरा मुझ में अचरज भरता है |
Read Moreगौरव मय इतिहास हमारा, भूल न जाना हे मानव | मर्यादाएं मत बिसराना, सच अपनाना हे मानव | पूजनीय हो
Read Moreकैसा अभिमान करे ________________ कलुषित मन की मलीनता पे ,कैसा अभिमान करे | मानवता बिसराकर मानव प्रभु का अपमान करे
Read Moreपधारो आज फिर माता •जगत कल्याण के खातिर पधारो आज फिर माता | समर्पण भाव मंजूषा सजाओ साज फिर माता
Read Moreतुम नही तो जहाँ नहीं होता बिन तेरे ये समाँ नहीं होता दूर रह कर करीब हो दिलके प्यार कह
Read Moreरंग जिंदगी के होते बहुत निराले हैं रंग ज़िन्दगी के, उल्फ़त कभी जफ़ा से हैं रंग ज़िन्दगी के l उल्लास
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