क्या करते
हां सभी तो अपने ही थे उनका गि़ला क्या करते, ज़ख्म भी गहरे थे सभी उनको अयाँ क्या करते, तेरी मसरुफ़ियत
Read Moreउससे मुस्कुरा के हीे मिलना है। मेरी आंखों,में मगर नमी सी है। दिल डरता है ,ख़फ़ा न हो जाये। इज़हारे
Read Moreउसको यक़ीन कितना था वक़्ते जुदाई मुस्कुरा कर कह गया वो शख़्स मिलेंगें फ़िर कभी, अजनबी तो था, दो पल
Read Moreभारतीय उपमहाद्वीप में कई हजार वर्ष पूर्व आम के बारे में लोगों को पता चल गया था। और आमों के पेड़
Read Moreमेरे ख़्वाबों की हक़ीक़त और मेरा अरमान थी वो, मैं उसे दिल की बे इंतेहा गहराइयों से प्यार करने लगा
Read Moreकांटों के बीच रहकर भी, किस तरह ख़ुश मिज़ाज़ हो, बारहा सवाल यही फ़ूलों से, मैं बस पूछता रहा, बाद
Read Moreइंतेज़ार तेरा है कि नया साल आया है , आ भी जाओ कि फिर दौरे जाम आया है , वाइज़ सभी
Read Moreअरमान हजारों होंगे, फ़ज़ाएँ भी वो ही होँगी सितारे भी वो ही होंगे, नज़ारे भी वो ही होंगे इशारे भी
Read Moreआंखों में रहे अश्क़ जज़्बात ने रुकने न दिया , बात थी मेरी ज़ुबाँ पर ,लबों ने हिलने न दिया
Read Moreबहुत तेज़ सर्दी है मैं न कहता था, आ जाओ न क़रीब मैं न कहता था, नज़र को अपनी नज़र
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