ग़ज़ल
फिर तिरंगे में सुनामी,…. कुछ तो है । देश में पलता हरामी,…. कुछ तो है ।। तुम हुए आज़ाद बस
Read Moreभूल सकेगा नहीं देश यह गौरव का अभियान तुम्हारा । हे भारत के भाग्य विधाता तुमको शत सम्मान हमारा ।।
Read Moreअरुणा तुम व्यथित कहानी हो । आँखों से बहता पानी हो ।। मानव सेवा का ब्रत लेकर । उत्साहों
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