कविता – जीवन
जीवन में कभी कठिनाई आये अपने को कमजोर न समझना कैसे हम इसको पार करेंगे यह सोचना कोई पथ तो
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Read Moreभगवान विष्णु के आठवें अवतार कृष्ण मुरारी हो सोलह कलाओं में निपुण तुम लीलाधारी हो बाल्यअवस्था से तुम हो नटखट
Read Moreजीवन भी एक उड़ती पतंग तरह है कभी इधर लहराती कभी उधर लहराती है कभी नीचे जाती कभी ऊपर आती
Read Moreपहले जीवन की शाम सुहानी हुआ करती थी जो चहल पहल सुबह होने पर होती थी मन में उमंग और
Read Moreओस की तरह छोटी छोटी खुशी होती है मन की सब कलियां खिला देती है सुख दुख तो आता जाता
Read Moreजहाँ सुख ,शांति,सकूँन हो सबके जीवन में खुशियां अपार हो आपस में सब मिलजुलकर रहें न किसी में कोई भेदभाव
Read Moreआठ सितंबर को सब मिलकर विश्व साक्षरता दिवस मनाएं हम सब मिलकर ऐसा अभियान चलाएं जीवन में पढ़ना, लिखना जरूरी
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