पुरखों के बताये रास्तों पर लौटने का समय
भारत में ज्ञान संस्कृति की सम्पदा श्रुत परम्परा में सुरक्षित, संरक्षित एवं जीवित रही है। इसीलिए वेदों एवं अन्य आर्ष
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Read Moreअपनों ने ही छला हमेशा रिश्ते तार-तार हो गये। प्रेम बिके बाजार आज भाव सभी व्यापार हो गये।। धरती से
Read Moreमानव जीवन में अगर कोई सम्बंध सर्वाधिक उदात्त, गरिमामय, पावन और प्रेमपूर्ण है तो वह है मां और पुत्र का
Read Moreअविराम गति नवल सर्जना की पीठिका है और ठहराव अवसान का द्योतक। इसलिए कालचक्र की नियति निरन्तर गतिशीलता ही है।
Read Moreआज से दो-तीन दशक पूर्व तक हमारे घरों में एक नन्ही प्यारी चिड़िया की खूब आवाजाही हुआ करती थी। वह
Read Moreआसमान में उड़ने का कौशल है आजादी दो। गिरि-शिखर झुकाने का साहस बल है आजादी दो। मां पोषण-प्यार, दुलार हमें
Read Moreप्यार के मधुरिम आखर बन जाऊं। सुरीले सरगम, गागर बन जाऊं। मैं तो सूखा हुआ इक दरिया हूं, तुम मिलो
Read Moreराष्ट्रीय ध्वज किसी राष्ट्र एवं देश के गौरव, गरिमा एवं गर्व का हेतु होता है। राष्ट्र-ध्वज राष्ट्रीय स्वाभिमान, शौर्य-पराक्रम एवं
Read Moreभारत माता को ब्रिटिश शासन सत्ता से मुक्ति के लिए हुए स्वाधीनता संघर्ष में एक व्यक्तित्व महानायक बनकर उभरा जिसे
Read Moreपुण्यतिथि 23 जनवरी पर विशेष भारतीय स्वाधाीनता संग्राम के पावन यज्ञ में हजारों क्रान्तिकारियों ने अपने श्वासों की समिधा होम
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