कयामत
उस रोज़ कयामत दबें पांव मेरे घर तक आई थी। इंसान का मानता हूँ….. कोई वजूद नहीं। उस रब ने
Read More14 नवंबर आज के दिन । बाल दिवस की स्नेहिल अभिलाषा है । देश के आत्मसम्मान को सींचा जिसने ।
Read Moreइस बार दिवाली पर पटाखे नहीं चलाएंगे । इस बार दिवाली पर पूरे देश को वैक्सीन से, कोरोना मुक्त बनाएंगे
Read Moreआज से ठीक छह महीने पहले ,नए साल के शुभारंभ में जब नवरात्रों का आगमन हुआ वैशाख पर्व पर।सोचा नहीं
Read Moreबच्चों तथा अभिभावकों के बीच सामंजस्य स्थापित कर पाना आज के समय की एक बहुत बड़ी समस्या का रूप ले
Read Moreतुम कल्प, अल्प और विकल्प मेरे…… तुम बिन एक कल्प गुजरा। निसदिन मैं कितना अल्प गुजरा।। तुम
Read Moreजो सिस्टम से बाहर जायेगा….. अपनी अलग एक सोच रखकर। भीड़ की मूर्खता से टकरायेगा। सिस्टम की मशीन में, सबसे
Read Moreजीवन को , जो उत्कृष्ट बनाता है। मिट्टी को , जो छूकर मूर्तिमान कर जाता है । बाँध क्षितिज रेखाओं
Read Moreईश्वर तेरे नाम पर , कितना व्यापार चलता है । सुख की आस में, हर इंसान दुःख के मझधार में
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