उदित हुए
उदित हुए वो नभ मंडल परजैसे चांद उदय होता हैशीतलता तेजस्व प्रखरजैसे दिनकर कुसुमय होता है लोग पराए देस परायाअंजाने
Read Moreवक्त के लम्हों में, उल्फ़त का नज़ारा यूं करें दूर दुनियां से चलें आओ किनारा यूं करें बाद मुद्यत के
Read Moreआंखों में ऐसे बस गए हैं ये बरसते मौसम दीदार की ख़्वाहिश में लम्हों को गिनते मौसम यादों के कारवां
Read Moreस्वप्न में भी न तू रोना है तू शहीद की मां हौसला सबका बढ़ाना है तू शहीद की मां न
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