प्रभात
तमस को पराजित कर उषा के संग में, हो गया दिवाकर, अवतरण देखिये। चांद सितारो से भरी चादर उतार के
Read Moreसदियां बीत गई तब समय ने ये दिन दिखलाया जन्म भूमि के प्रांगण में फिर राम लौट के आया यूं
Read Moreमौसम-ए-इश्क है, उसपे ये बरसता सावन। आभी जाओ के है, मिलने को तरसता सावन। छुप गया चाँद, घटाओं के शोख
Read Moreराहों में जिंदगी के ,यूं गुज़ारी जिंदगी। कभी अज़नबी लगे,पर है हमारी जिंदगी। मीलों में ये फैली है,जमीं से सितारों
Read Moreदिल आज हुआ है शायर फिर होठों पे गज़ल आई, बरस न जाएं आंसू फिर आंखों में घटा छाई घनी
Read Moreतू नहीं तनहां है बंदे , मैं तुम्हारे साथ हूं। चल रहा हूं साथ मे, थामें तुम्हारा हाथ हूं। छू
Read Moreकैसे बताऊं मैं तुम्हें मेरी दृष्टी का दर्पण हो तुम दिल में छुपे हर अनकहे विचारों का वर्णन हो तुम
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