राज मुक्तक सुधा
[1] माँ के हाथों की रोटी बड़ी प्यारी लगती है, माँ की मुस्कुराहट भी फुलवारी लगती है/ उपवन का पत्ता-पत्ता
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Read Moreहास्य व्यंग नारद की छुट्टी ===================== बदल गया अब जीर्ण ज़माना , नारद जी भारत आये / देखा जन -जन
Read Moreफ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन 2122 2122 212 ==================== जख्म के अवसान कहने दो ज़रा/ चल रही बरसात चलने दो ज़रा/ कह
Read Moreहायकू= सावन [१] चलत सखी कह गयी सयानी बरसे पानी/ [२] बादरिया भी हरस रही राधा मनमोहन/ [३] तूफ़ानी दिल
Read Moreहंसवाहिनी मैहर वाली ,माँ शारद वरदान दे , बुद्धि , शौर्य ,शील ,का अनुपम भंडार दे/ ज्ञान अरु विज्ञान
Read Moreफलों का राजा आया आम , खट्टे मीठे प्यारे आम कच्चे होते खट्टे आम दाल मे डालो कच्चे आम .भून
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