देख तमाशा कुर्सी का
देख तमाशा कुर्सी का घर में घमासान मच गया, बाप बेटे का द्वन्द हो गया। अपनी अपनी पकेगी खिचडी, भण्डारा
Read Moreदेख तमाशा कुर्सी का घर में घमासान मच गया, बाप बेटे का द्वन्द हो गया। अपनी अपनी पकेगी खिचडी, भण्डारा
Read Moreजिसको मैने दवाई समझी, उसी ने खतरे में जान डाली। जिसे खजाना समझ रहे थे, खोला तो निकला वो खाली
Read Moreसच्ची कहानी सात फेरों के बाद सात घंटे मंे हुई विधवा इंसान की जोड़ी तो उपर से बनकर आती है
Read Moreबचपन क्या बीत गया उनका , क्या हुआ इन शोलों को, ये जलना भूल गये। मंजिल करीब आयी तो, ये
Read Moreहर पल तेरी यादें हैं, रातो को भी ख्वाब में आये। अबकी सावन कैसा आया, सीने में है आग लगाये।। गम
Read Moreघिरे है तन्हाई में हम, बचाने तुम चली आओ सोती यादों को जगाने तुम चली आओ उदासी हर घड़ी रहती,
Read Moreदलाली तौ दलालय जानत पड़वा हस चिल्लाय दिहिन, खून की दलाली बताय दिहिन। रोहतांक दर्रा हिमांचल मा उई, बडी दिलेरी
Read Moreभारतवर्ष फिर सोनें की चिडि़या कहलायेगा आजादी के 70 साल बाद यदि किसने ने क्रांतिकारी रूख अख्तियार किया है वह
Read Moreपटरी से नीचे उतरी शिक्षा की रेल शिक्षा में दिन प्रति दिन सुधार किये जा रहें है, विभागीय लोग भी
Read Moreरिक्शा नवा उई लै लेती (अवधी) बप्पा बहुत बनाईन है, लरिका खूब चलाईन है। चच्चू लैइकै भागि लिहिन, गड्ढाम खूब
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