जिनकी शबें अंधेरी हैं
जिनकी शबें अंधेरी हैं अंधकार की छाती पर, कोई एक दिया तो जला डाले। जिनके घर फाके पड़ते, कोई उनकी
Read Moreजिनकी शबें अंधेरी हैं अंधकार की छाती पर, कोई एक दिया तो जला डाले। जिनके घर फाके पड़ते, कोई उनकी
Read Moreपतझड़ सी तू लगती है ये जिन्दगी। हर दिन जिन्दगी तेरा एक पत्ता टूट रहा। तेरे संग चलकर एक एक
Read Moreअपने देश में जितनी भी सरकारें बनी सभी ने महिलाओं के सम्मान के प्रति लंबा चौडा भाषण दिया चाहे वह
Read Moreवक्त की शाख पे बैठ कर, इतना इठलाना ठीक नहीं। फितरत इसकी टूटना है, तेवर को बदलना ठीक नहीं। ठोकर
Read Moreदेख तमाशा कुर्सी का घर में घमासान मच गया, बाप बेटे का द्वन्द हो गया। अपनी अपनी पकेगी खिचडी, भण्डारा
Read Moreजिसको मैने दवाई समझी, उसी ने खतरे में जान डाली। जिसे खजाना समझ रहे थे, खोला तो निकला वो खाली
Read Moreसच्ची कहानी सात फेरों के बाद सात घंटे मंे हुई विधवा इंसान की जोड़ी तो उपर से बनकर आती है
Read Moreबचपन क्या बीत गया उनका , क्या हुआ इन शोलों को, ये जलना भूल गये। मंजिल करीब आयी तो, ये
Read Moreहर पल तेरी यादें हैं, रातो को भी ख्वाब में आये। अबकी सावन कैसा आया, सीने में है आग लगाये।। गम
Read Moreघिरे है तन्हाई में हम, बचाने तुम चली आओ सोती यादों को जगाने तुम चली आओ उदासी हर घड़ी रहती,
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