नया साल
राहुल को उसके मित्र करण ने नए साल का जश्न अपने साथ मनाने का न्यौता दिया था । करण और
Read Moreराजेश बाबा चेलाराम का परम भक्त था । अभी वह उनके आश्रम में आयोजित सत्संग से ही लौट रहा था
Read Moreबाबा अवधुतानंद का शहर के बीचोबीच एक छोटा सा आश्रम था । बाबाजी भक्तों को प्रवचन दे रहे थे ”
Read Moreराहुल ने ध्यान से टीपू की पूरी बात सुनी । राहुल को पूरी कहानी सुनाते सुनाते टीपू की सिसकियाँ कब
Read Moreराहुल बंद कमरे में पड़ा बड़ी देर तक अपने ख्याली घोड़े दौडाते रहा लेकिन उसके ख्याली घोड़े किसी मंजिल तक
Read Moreभला क्या हासिल ? साफ़ कर लो भले तुम घर ‘ गली ‘ मोहल्ल्ले को जब तलक साफ़ ना हो
Read Moreभजनलाल कुछ दिनों के लिए अपने बड़े बेटे राहुल के यहाँ अमेरिका जानेवाले थे । उनके पास एक कार थी
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