कुण्डली/छंद डॉ. रश्मि कुलश्रेष्ठ 'रश्मि' 08/03/2022 घनाक्षरी प्रेम का गुलाल तूने मला मेरे गालों पे तो, शर्म से मैं लाल-लाल हो गई हूँ साँवरे। वंशी की मधुर Read More
गीत/नवगीत डॉ. रश्मि कुलश्रेष्ठ 'रश्मि' 08/03/2022 गीत आ गये हैं सूखे-सूखे दिन। फिर भिगोने आ गया फागुन। बाँच पाती गंध की डोलें भ्रमर। नाचती हैं आज कलियां Read More
गीत/नवगीत डॉ. रश्मि कुलश्रेष्ठ 'रश्मि' 17/02/2022 गीत आ गये अब सूखे- सूखे दिन। फिर भिगोने आ गया फागुन । बाँच पाती गंध की डोलें भ्रमर। नाचती हैं Read More
गीतिका/ग़ज़ल डॉ. रश्मि कुलश्रेष्ठ 'रश्मि' 17/03/2021 ग़ज़ल मानती हूँ इक ग़ज़ल है मुख़्तसर सी जिन्दगी, बाबहर करनी है मुझको बेबहर सी जिन्दगी। एक मुकम्मल ख्वाब की तामीर Read More
गीत/नवगीत डॉ. रश्मि कुलश्रेष्ठ 'रश्मि' 17/03/2021 गीत दिल पर रखकर हाथ कहो कवि क्या तुम सच में सच लिखते हो, भीतर से भी क्या वैसे हो, जैसे Read More