गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 24/05/202424/05/2024 ग़ज़ल मुझे निराश कर गये हो खुश रहोमुझे उदास कर गये हो खुश रहो खुशी हुई कि तुम दिखे यहाँ अभीहुये Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 02/05/202402/05/2024 ग़ज़ल सून यही तस्वीर ही सबको दिखा रक्खी हैपर मुहब्बत ही ज़माने से छुपा रक्खी है मयक़दा – सा हुस्न तेरा Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 13/04/202413/04/2024 ग़ज़ल वो मिला आँख हमसे जिगर ले गयाइश्क़ का आज सारा असर ले गया ढूँढ़ता ही रहा दिल उसे आज तकज़िंदगी Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 08/04/202408/04/2024 ग़ज़ल इश्क़ में खुद को मिटाने के लिए काफी हूँमैं अकेला ही ज़माने के लिए काफी हूँ इश्क़ तो है सेज Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 08/04/202408/04/2024 ग़ज़ल ज़रा तुम प्यार से देखो कली अंतर की खिल जायेबहारों की करो बातें अभी दिल दिल से मिल जाये वफ़ा Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 04/04/202431/03/2024 ग़ज़ल कुछ कहा जो आज तुमने , मैं समझ तक़रार बैठाप्यार जो तुमने जताया , वह समझ इंकार बैठा इश्क़ की Read More
गीत/नवगीत *रवि रश्मि 'अनुभूति' 09/03/2024 करते स्वागत हे बसंत ऋतुराज तुम्हारा , स्वागत करते आओ आज । हर क्यारी में आकर तुम अब , सजते करते ही Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 03/03/202428/02/2024 ग़ज़ल मन का उपवन खूब महकता रहता हैइक पंछी भी रोज़ चहकता रहता है कलियाँ देख विहँसती किए हीफूलों का दिल Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 01/03/202401/03/2024 ग़ज़ल तू कहे तो ग़ैर से हम दिल लगाना छोड़ देंहै बना दुश्मन ज़माना ये बताना छोड़ दें आज राहों पर Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 23/02/202423/02/2024 ग़ज़ल मन का उपवन खूब महकता रहता हैइक पंछी भी रोज़ चहकता रहता है कलियाँ देख विहँसती किए हीफूलों का दिल Read More