गीत/नवगीत *रवि रश्मि 'अनुभूति' 09/03/2024 करते स्वागत हे बसंत ऋतुराज तुम्हारा , स्वागत करते आओ आज । हर क्यारी में आकर तुम अब , सजते करते ही Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 03/03/202428/02/2024 ग़ज़ल मन का उपवन खूब महकता रहता हैइक पंछी भी रोज़ चहकता रहता है कलियाँ देख विहँसती किए हीफूलों का दिल Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 01/03/202401/03/2024 ग़ज़ल तू कहे तो ग़ैर से हम दिल लगाना छोड़ देंहै बना दुश्मन ज़माना ये बताना छोड़ दें आज राहों पर Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 23/02/202423/02/2024 ग़ज़ल मन का उपवन खूब महकता रहता हैइक पंछी भी रोज़ चहकता रहता है कलियाँ देख विहँसती किए हीफूलों का दिल Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 04/02/202404/02/2024 ग़ज़ल घर का मेरे अभी तक मंजर नहीं देखाअब चले आओ तुमने मेरा घर नहीं देखा प्यार करते हैं तुम्हें देखो Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 22/01/202422/01/2024 ग़ज़ल देश सेवा की ये खुमारी है …..बढ़ चलें बात ये सुधारी है ….. आज़मा है लिया सभी को ही …..आ Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 18/12/202318/12/2023 ग़ज़ल यह किस्मत फूल की है संग उसके ख़ार हुआतोड़े उसे कोई तो दामन तार – तार हुआ ख़ार बन कर Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 19/11/202319/11/2023 ग़ज़ल उदासी क्यों रही छायी बता क्या हैतन्हा ही दिल रहे अब तो ख़ता क्या है बताते क्यों नहीं हमको कहाँ Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 03/11/202303/11/2023 ग़ज़ल ठोकरें मिलती रहीं हर बार मुझकोपर नहीं मंज़ूर हार मुझको सोच हमने ही लिया जाएँ वहाँ हमचाहिए ही तो नहीं Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 03/11/202303/11/2023 ग़ज़ल याद है हर बात मुझको आज तक उस शाम कीतुम दिलाते ही रहे थे याद मुझको नाम की एक दिन Read More