कोई न छल दे
क्यों करती हो? भरोसा इन पापियों पर बोलो! कोई ना न छल दे! तुझको ऐसी नजर से तोलो! कब थमेगी?
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Read Moreप्रीत के धागों से बंध ,जाते हैं दिल के रिश्ते| कभी सुख की छांव देते, बनके वह फरिश्ते| मन भ्रमर
Read Moreसुबह-सुबह श्रीमती जी जब चाय लेकर आई ,दुखी आत्मा को फेसबुक पर व्यस्त देख झल्ला उठी, “क्या सुबह-सुबह मोबाइल लेकर
Read Moreबड़ा सुकून देता है मुझे, मां का आंचल| जब भी मैं दुनिया की, उलझनों से परेशान होती हूं, संभाल लेता
Read Moreसंकट छाया धरा पर देखो, कहर कोरोना का जारी क्षण क्षण पड़ता चला जा रहा, मानव जीवन पर भारी तांडव
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