हमने ना स्वीकारा है
नर-नारी में भेद कभी कोई, हमने ना स्वीकारा है। नारी नर को देवी है तो, नर नारी का प्यारा है।।
Read Moreनर-नारी में भेद कभी कोई, हमने ना स्वीकारा है। नारी नर को देवी है तो, नर नारी का प्यारा है।।
Read Moreआइए आज के दिन भारत माता की आजादी के लिए लड़ने वाले उन सभी देशभक्तों के बलिदानों को याद करते
Read Moreगणतंत्र दिवस पर आओ, शहीदों को नमन हम करते हैं। इसकी रक्षा और विकास का, संकल्प मिल कर करते हैं।।
Read Moreसंबन्ध नहीं पैसों से बनते, नहीं धोखे से लूटे जाते। प्रेम और विश्वास कभी भी, कानूनों में नहीं बंध पाते।।
Read Moreसाथी में विश्वास बसा हो जीवन में स्वर्गिक सुख मिलता, साथी में विश्वास बसा हो। प्रेम, समर्पण और त्याग हो,
Read Moreभाग दौड़ है, बहुत हो चुकी, आओ बैठें बाते कर लें। मन की कहें, मन की सुनें, मन से मन
Read Moreदुःखो का है नहीं अन्त! नहीं जानता मैं बसन्त!! बचपन कैसा सिसक रहा? बुढ़ापा भी तो दुबक रहा। जिस पर
Read Moreमैंने ना देखा बसन्त! मुद्दों को देखा ज्वलन्त! बच्चे को ना प्यार मिला। साथी को ना एतबार मिला। शिक्षा नाम
Read Moreशक्ति, धैर्य, प्रेम की देवी, समर्पण तेरी महानता है। कर्म छोड़कर निर्भरता की, ये कैसी समानता है?? नर से सदैव
Read Moreदेवी नहीं, मानवी ही समझो, देवी कहकर बहुत ठगा है। बेटी, बहिन, पत्नी, माता का, हर पल नर को प्रेम
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