प्रेम ही है जीवन की सरगम
प्रेम ही है जीने का मकसद, प्रेम, हृदय का गान है। प्रेम ही है जीवन की सरगम, प्रेम, प्रेमी की
Read Moreप्रेम ही है जीने का मकसद, प्रेम, हृदय का गान है। प्रेम ही है जीवन की सरगम, प्रेम, प्रेमी की
Read Moreप्रेमी प्रेम लुटाता पल पल, पाना उसको माल नहीं है। प्रेम में नाप-तौल ना होती, कानूनों का जाल नहीं है।।
Read Moreआभार तुम्हारा करते पल-पल, जीवन जीना हमें सिखाया। तुमने हमको गले लगाकर, प्रेम का पहला पाठ पढ़ाया।। जीवन में हम
Read Moreतुमने प्रिये! आघात किया जो, हँसना-हँसाना भूल गए। विश्वास नहीं अब, खुद पर हमको, गुस्सा करना भूल गए।। हमने सब
Read Moreप्रेम जगत का सार है प्रेम व्याप्त जग के कण कण में, प्रेम जगत का सार है। जीवन वही सफल
Read Moreमौत भी हमको नहीं डराती शिकवा शिकायत का पल बीता। जीवन रह गया रीता-रीता। विश्वास घात ने विश्वास डिगाया, मिलतीं
Read Moreधोखे की तेरी चोट थी गहरी अकेलेपन से मेल हो गया। खुद से खुद को प्रेम हो गया। विश्वास घात
Read Moreसमानता का संघर्ष नहीं है। मिलने से बड़ा हर्ष नहीं है। नर-नारी के दिल जब मिलते, उनसे बड़ा उत्कर्ष नहीं
Read Moreहम प्यार तुम्हें करते कितना? समझा नहीं या समझ न पाए? तुमने भले ही हो भरमाया? हमने तुम्हारे गाने गाए।
Read Moreसहयोग सभी का करते हैं हम किसी को गले लगा नहीं पाए सबको पल पल सीख दे रहे, खुद को
Read More