चिंता छोड़ करो चिंतन…
कुछ भी नही असम्भव जग में, जब करने की ठाने मन। चिंता छोड़ करो चिंतन बस, चिंता छोड़ करो चिंतन।।
Read Moreकुछ भी नही असम्भव जग में, जब करने की ठाने मन। चिंता छोड़ करो चिंतन बस, चिंता छोड़ करो चिंतन।।
Read Moreहाकिमों का दंभ बढ़कर आसमां छूने लगे जब। देश में जन क्राँति का उदघोष करना है जरूरी।। भूल कर जब
Read Moreअपनी हद को पार न करना जीवन को दुष्वार न करना कुर्सी पर जब भी बैठो तो बेबस को लाचार
Read Moreदरबारियों की टीम का हिस्सा नही हुआ मेरा तभी जहान में चर्चा नही हुआ यूँ तो मेरा रुका ही नही
Read Moreएक वही सबका पालक है क्या तुमको इसमें भी शक है नालायक तो है नालायक जो लायक है वो नायक
Read Moreइस तरह हम आजमाए जा रहे हैं हर क़दम काँटे बिछाए जा रहे हैं क्या ग़जब है तीरगी का साथ
Read Moreमेरे मन में झाँका ही कब तुमने मुझको समझा ही कब कहते हो मैं गैर नही हूँ तुमने अपना माना
Read Moreगले मिलकर ग़िले शिकवे मिटाने की तमन्ना है ग़मो के दौर में फ़िर मुस्कुराने की तमन्ना है तमन्ना है रखूँ
Read Moreसच्चाई रख सीने में ठोकर पे दुनियादारी रख ग़र जीने की चाहत है तो मरने की तैयारी रख तूफ़ां से
Read Moreदबे हर दर्द को ऐसे बढ़ाया जा रहा है नमक हर घाव पर मलकर लगाया जा रहा है सिंचाई हो
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