झूठी पत्तल
“लोग झूठन ना छोड़ते तो हम इतने अच्छे और स्वादिष्ट भोजन का स्वाद कभी नहीं चख पाते |”, बरुआ ने
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Read Moreबहुत कहने करने पर भी सेठ नहीं माना तो सभी मजदूर और गरीब लोग सरकार के पास अपना दुखड़ा लेकर
Read Moreबेटी तो होनी चाहिए ……. चलो माँ मै तुम्हे लेने आया हूँ, बरसों बाद उसे किसी ने माँ कहा| विश्वास
Read Moreदीपावली को अब चार ही दिन बाकी रह गये थे। पिंकू को आज उसके दादा जी अपने साथ बाजार ले
Read More‘कमला तुम अब दस दिन बाद ही काम पर आना, हम लोग तीर्थ यात्रा के लिए जा रहे है |’
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