हरसिंगार
हरसिंगार जीने की आस बढ़ता उल्लास महकता जाये भीनी भीनी मोहक सुगंध रोम -रोम में समाये मदहोश हुआ मतवाला तन
Read Moreआदमी खुद पर हँसे। खुलकर ठहाके लगाये। अपनी हरकतों (लेखन) पर चुटकी कसे। यह सुनने में भले ही मुस्कुराने का
Read Moreरामू धन्नी सेठ के यहाँ मजूरी के हिसाब से काम करता था. सेठ रामू के काम और ईमानदारी से खुश
Read Moreअकेला आदमी अधुनातन लम्हो में स्वतः ही खनकती हंसी को टटोलता अकेला आदमी . लोलुपता की चाह में बिखर गए
Read More” मसाले का ,कपडे धोने का पत्थर लाया हूँ बाई ….” सामने के घर पर घंटी बजाकर एक आदमी ने कहा . ”
Read Moreमनमोहन का जाप जपे है साँस साँस अब मोरी नटखट कान्हा ने गोकुल में कितने स्वाँग रचाये कंकर मारे, मटकी
Read More१ पावन धरणी राम की, जिसपे सबको नाज घूम रहे पापी कई, भेष बदलकर आज भेष बदलकर आज, नार
Read Moreयूँ न मुझसे रूठ जाओ, मेरी जाँ निकल न जाये तेरे इश्क का जखीरा, मेरा दिल पिघल न जाये. मेरी नज्म
Read More