ग़ज़ल : कभी दरिया कभी कश्ती
कभी दरिया कभी कश्ती कभी पतवार का मसला अजब ही हाल है ऐ जिन्दगी संसार का मसला ग़ज़ल के वास्ते
Read Moreकभी दरिया कभी कश्ती कभी पतवार का मसला अजब ही हाल है ऐ जिन्दगी संसार का मसला ग़ज़ल के वास्ते
Read More‘सुनो आज मैंने घर के बगल में वन बी एच के वाले दो फ्लैट्स देखे हैं एक मे हम लोग
Read Moreजीवन एक अभियान हो गया जितनी अड़चन मिली राह में , सफ़र और हो गया। 1 सोच रहे थे
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