बेटी नहीं सुरक्षित है जग में
बेटी नहीं सुरक्षित है जग में करो सुरक्षा की कोई उपाय धरा पर घूम रहा है दुःशाषण माँ की कोख
Read Moreबेटी नहीं सुरक्षित है जग में करो सुरक्षा की कोई उपाय धरा पर घूम रहा है दुःशाषण माँ की कोख
Read Moreमेरी आँखों में जब से तेरी तस्वीर सज गई चाँद की चाँदनी भी फीकी हो गई पर्वतों के सर पे
Read Moreनीयत अगर अच्छी है तो आप एक सच्चे इन्सान हैं नीयत अगर सच्ची है तो आप धरा पर भगवान हैं
Read Moreअय चाँद जरा तुम ठहर जा रूत प्यार की जवाँ हो जाने दो हरसिंगार चमन में महक रही है जरा
Read Moreगीत भी तुम साज भी तुम सरगम की आवाज भी तुम गुनगुनाता हूँ मैं हर दिन मेरे सपनों की
Read Moreबेटी कहूँ या पुत्रवधू मैं तुमको आई हो मेरे तुम कूल धाम मायके से तोड़ सारे रिश्ते नाते पाई हो
Read Moreसच्चाई की इस नगरी में सच्चाई जग से रूठ गया झूठे का अब बोलबाला हे सच का आईना टूट गया
Read More