लघुकथा – आह वर्तमान !
“बड़े उपदेशक बने फिरते हो! आज के युग मे ऐसी बातें कौन करता है! तुम संन्यासी हो संन्यासी। आज के बच्चे तुम्हारी
Read More“बड़े उपदेशक बने फिरते हो! आज के युग मे ऐसी बातें कौन करता है! तुम संन्यासी हो संन्यासी। आज के बच्चे तुम्हारी
Read Moreचंदा के घर जाऊंगा किसी को नही ले जाऊंगा खूब मजे उड़ाऊंगा गगन घूमके आऊंगा चंदा संग सो जाऊंगा सूरज
Read Moreचुन्नू मुन्नू पढ़ने जाते रोज़ रोज़ वे उधम मचाते मम्मी पापा जब समझाते सुन कर भूल दुबारा जाते एक दिन एक सिपाही आया मुन्नू को तब बहुत डराया चुन्नू उससे अब घबराया उसने फिर न उधम मचाया — भारत विनय
Read Moreमेरे मन में बीज ना बोना जात पात के नाम का मैं नहीं हूँ कायर तुम जैसा मैं बच्चा हिन्दुस्तान
Read Moreहोती है मोहब्बत क्या हम तुमको बता देंगे कुछ तुम समझा देना कुछ हम बतला देंगे है इश्क की मर्ज़ी
Read Moreअजब हो रही है गज़ब हो रही है देखूँ तुझे तो गज़ल हो रही है
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