मेरी कविता में मेरा जन्म
मेरी कविता में मेरा जन्म राम की भांति ही होता है सब देखने आते है लेकिन जोगी के रूप में
Read Moreमेरी कविता में मेरा जन्म राम की भांति ही होता है सब देखने आते है लेकिन जोगी के रूप में
Read Moreएक पत्थर को मैंने रास्ते से उठाया मेरे सपने के राजकुमार सा उसे सजाया करती रही जिसकी ज़िंदगी भर पूजा
Read Moreपल ही पल में, क्या से क्या हो जाता है, इक प्यार करने वाला दिल, शीतल ‘शबनम’ से आग का
Read Moreप्यार तो वो भी करते हैं हमसे बस इकरार अभी बाकी है राहों में खड़े हैं कब से क्योंकि इंतज़ार
Read Moreमुझे नहीं आता लिखना पढ़ना बोलना, तो क्या? ये शब्द मेरे कान नहीं॥ मुझे नहीं आता देखना दिखाना गिनना, तो
Read Moreमाँ मैं यहाँ अच्छी तरह से हूँ यहाँ कोई खतरे नहीं है आप चिन्ता मत करना अगर कुछ होता
Read Moreचुंबक में दो गुण होते हैं अपनों को अपने पास चिपकाना परायों को दूर हटाना अर्थात सम विचार वाले एक
Read Moreमुस्कुराहट में ग़म हम छुपा लेते हैं ! मेरे हालात गैरों को भी रुला देते हैं ! ! हो जाते
Read Moreबरसात के कारण घर की छत बेहाल थी कमरे की सिलिंग सीलन से भरी थी। बीमारी के कारण सात दिन
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