घायल मन!
मन हार गया धन जीत गया ! धन हार गया जग जीत गया !! जो मन ने कहा मैं कर
Read Moreकमरे सारे भरे हुए हैं परन्तु मैं खाली हुई जा रही हूँ … तुम साथ लिए जा रहे हो मेरे
Read Moreकाश ! इस अधुरे रिश्ते को सम्पूर्ण कर जाते मेरी सांसों में कुछ राहत की बूँदें भर जाते । इन
Read Moreप्यार की दास्तां लिखूं तो महकती है कलम।। दर्द की कराहट लिखूं तो सिसकती है कलम।। सौन्दर्य की दिलकशी लिखूं
Read Moreनसीब का खेल भी बड़ा ही अजीब है । कोई खुशनसीब है कोई बदनसीब है । नियति का खेल बड़ा
Read Moreसंग तुम्हारे … क्यों करती रहती हो तुम, यह सब, दिन भर ? तुम्हारी हर रोज़ की, हलकान दिनचर्या, मेरा
Read Moreमै जब अपनी आजादी की चर्चा करती हूँ तो मै सरहदों पर लगी कांटेदार तार को सरकते या टूटते नहीं
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