सड़क पर ब्रेकर
मैं देखा- कई सड़को पर चिकने रास्ते पर बना दिये जाते हैं। पगडण्डी की तरह, एक मेड़ जबकि – सरकार
Read Moreमैं देखा- कई सड़को पर चिकने रास्ते पर बना दिये जाते हैं। पगडण्डी की तरह, एक मेड़ जबकि – सरकार
Read Moreशीर्षक — पहाड़ / पर्वत / भूधर गिरि से उतरती गंगा, कलकल करती धार भूधर भूमि निहारता, जल ज़मीन का
Read Moreकाँटों भरी न जिंदगी, काँटों भरा न ताज माँ धीरज रख निकालूँ, पैरन तेरे आज पैरन तेरे आज , कभी
Read Moreदिन गुजर होता है रात बसर होती है सुबह शाम हँसती है धूप में पिघलती है बारीश में बरसती है
Read Moreबैठे बैठे यु ही सोच रही अपलक तुझे ही निहार रही मुझमे तु तुझमे मै अब समाहित होने को सोच
Read Moreएक अनोखा एहसास हाथ में तेरा हाथ नहीं लगते अजनबी जब होते तुम साथ। प्रेम का प्रथम चरण दिल में
Read Moreजिन्दगी इक रंगमंच है जिसके कईं रंग रूप हैं कभी छाऊँ तो कभी धूप है ! कभी सुख की मिलती
Read Moreराहें कठिन हैं किन्तु मुस्कुराता चल अपने दृढ संकल्प से काँटों को कुचल तारों को देखना है रातों को जाग
Read Moreआज महफ़िल से किसी एकांत में मैं जरूर जाना चाहता हु वो चेहरा जिसने जीते जी कुछ न दिया जख्मो
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