समर्पिता
यों उसका नाम अर्पिता है, लेकिन अब उसको कोई भी अर्पिता नहीं कहता. अब वह सबके लिए समर्पिता ही है.
Read Moreलघुकथा – प्रेरणा _____________ पवन एक अच्छी कद – काठी का छात्र था | वह भारतीय सेना में जाना चाहता
Read More“लंगोटिया यार” देश विदेश, न जाने मेरे लंगोटिया यार (आज के दौर में कहें तो डायपरिया यार) मित्र हीरालाल यादव
Read More…………….,,,………. ये जो मन की इच्छाएं किसी रफ़्तार में रेल हो जाना चाहती है कि अचानक उम्मीदों की कुछ बोगी
Read More“क्यों बाप की छाती पर बैठी है ” दादी 12 वर्षीय पोती प्रिया को दहलीज पर बैठे हुए देखकर बोली, “कितनी
Read Moreशाम ढलने लगी थी लेकिन पिछले दो पहर से बंगले के बाहर एक पत्थर पर बैठे बिप्ति के मन में,
Read Moreरीना स्कूल से घर के लिए निकली थी स्कूल में स्वतंत्रता दिवस के खूब रंगारग कार्यक्रम हुए थे, उन सबकी
Read Moreअरे बनवारी लाल ! तुम इतने उदास -बदहवास से क्यों दिख रहे हो ? सब ठीक तो है न |
Read Moreचार पहिया वाहन की आवाज सुन बाहर जाकर देखा रक्षा ने । उसके अम्मा-बाऊजी ही थे । नौकर को गाड़ी
Read Moreन्यू जर्सी के एयरपोर्ट पर लेने आई मिशी को देखते ही वसुधा को अपनी ननद इना की चतुराई का भान
Read More