ममता फुलवारी
अबला न इसे मान, मात ममता फुलवारी। शक्ति, भक्ति प्रतिरूप, जन्म दात्री हैं नारी।। सेवा, संयम मूर्ति, स्नेह से भर
Read Moreअबला न इसे मान, मात ममता फुलवारी। शक्ति, भक्ति प्रतिरूप, जन्म दात्री हैं नारी।। सेवा, संयम मूर्ति, स्नेह से भर
Read Moreदीप माला,पुष्पहार, सजाये बंदनवार, रंगोली में रंग भर, आँगन सजाइये।। दीप अपनी माटी के, प्रेम पगी संस्कृति के, घर-द्वार उजियारा,
Read Moreपहले मंदिर तोरिके, मस्जिद लियो बनायकहीं खुदाई करो तो,हर मुल्ला चिंचियायहर मुल्ला चिंचियाय,कोर्ट पर करो भरोसासंविधान को बार-बार तब किसने
Read Moreदीप माला,पुष्पहार, सजाये बंदनवार, रंगोली में रंग भर, आँगन सजाइये।। दीप अपनी माटी के, प्रेम पगी संस्कृति के, घर-द्वार उजियारा,
Read Moreमोहिनी सी मुस्कुराती, रागिनी गुनगुनाती, इठलाती आयी भोर, आयी रविरश्मियाँ।।1।। प्राची ले नवल रंग, लायी उमंग, तरंग, पंछी करे कलरव,
Read Moreथरथराते हाथों को, डगमगाते पांवों को, ढलती सांझ को, सखा, रुसवा न किजिए।। फैला बाहों का पलना, सजाया सौख्य झूलना,
Read More