घनाक्षरी छन्द
बेगानी सी दुनिया की, गलियों में गुम हुई,लग रहा नाम पता, खुद का भूलाने लगी।सोचा था कि भर दूंगी रंग
Read Moreबेगानी सी दुनिया की, गलियों में गुम हुई,लग रहा नाम पता, खुद का भूलाने लगी।सोचा था कि भर दूंगी रंग
Read Moreपंखों में बल जोश हो, जिद जुनून विश्वास हो। बाहों में आकाश हो, सपनों का उल्लास हो। खुशियां हर दिल
Read Moreभारत देश महान है, विश्व करे गुणगान। ज्ञानी, ध्यानी जन यहां, सबका हैं सम्मान।। सबका हैं सम्मान, भावना शुभ संस्कारी।
Read Moreआई बहना नेह ले, बाँधे रेशम डोर। मंगल हिय शुभ भावना, नाच रहा मन मोर।। नाच रहा मन मोर, भाल
Read Moreमेरा भारत महान! तिरंगा साथ ले चले, राष्ट्र प्रेम दीप जले, साहस की प्रतिमूर्ति, चले ललकारते।। राष्ट्र रक्षणार्थ वीर, देते
Read Moreले कावड़ दर्शन अभिलाषा।झर-झर झरती भक्ति मनीषा।।नील कंठ प्रभु शिव कैलाशा।कृपा छत्र हिय संबल आशा।।गंगा जल कावड़ भर लाये।शिव शंभो
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