कुण्डली/छंद

कुंडलिया

मानें मानव-देह की, महिमा अमित अनूप।
मिली तुम्हें भूलोक में, बना धरा का भूप।।
बना धरा का भूप,कर्म मानव के करना।
दानवता को छोड़ , बुरे कर्मों से डरना।।
‘शुभम्’ सत्य क्या झूठ,यही सब मानव जानें।
महिमा अपरंपार, देह मानव की मानें।।

जानें महिमा सत्य की,रहें असत से दूर।
जो करना कर ले यहीं,तन- मन से भरपूर।।
तन – मन से भरपूर,सत्य – आधार बनाएँ।
सोचें सौ – सौ बार , झूठ से राम बचाएँ।।
‘शुभम्’ सत्य ही ईश,जगत में उसको मानें।
सदा विनत हो शीश,सत्य की महिमा जानें।।

अपने जननी-जनक की, महिमा का गुणगान।
आजीवन करता रहे,देकर नित सम्मान।।
देकर नित सम्मान, पितृमय माता तेरी।
पिता देवमय रूप, बढ़ाते शान घनेरी।।
‘शुभम्’ न दूजा और,देख मत झूठे सपने।
रहना सदा कृतज्ञ,जनक -जननी ही अपने।।

खाता -पीता अन्न -जल,जिस धरती का नित्य।
महिमा उसकी गान कर,उसका है औचित्य।।
उसका है औचित्य ,हवा रवि -तेज दिया है।
अंबर पावक नित्य,उसी ने जीव किया है।।
‘शुभम्’ कर्म का भार,सदा ढो रहे न रीता।
पंचतत्त्व का मान,करे नित खाता – पीता।।

माता धरती पूज्य है,कण -कण का है मान।
महिमा उसकी जान ले,रहे न बनकर श्वान।।
रहे न बनकर श्वान, कर्म से जीवन जीता।
अमर वही यश काय, प्रेमरस माँ का पीता।।
‘शुभम्’एक दिन राख,खाक बन नर मर जाता।
चढ़ा न इतनी नाक, रुष्ट हो धरती माता।।

— डॉ. भगवत स्वरूप ‘शुभम्’

*डॉ. भगवत स्वरूप 'शुभम'

पिता: श्री मोहर सिंह माँ: श्रीमती द्रोपदी देवी जन्मतिथि: 14 जुलाई 1952 कर्तित्व: श्रीलोकचरित मानस (व्यंग्य काव्य), बोलते आंसू (खंड काव्य), स्वाभायिनी (गजल संग्रह), नागार्जुन के उपन्यासों में आंचलिक तत्व (शोध संग्रह), ताजमहल (खंड काव्य), गजल (मनोवैज्ञानिक उपन्यास), सारी तो सारी गई (हास्य व्यंग्य काव्य), रसराज (गजल संग्रह), फिर बहे आंसू (खंड काव्य), तपस्वी बुद्ध (महाकाव्य) सम्मान/पुरुस्कार व अलंकरण: 'कादम्बिनी' में आयोजित समस्या-पूर्ति प्रतियोगिता में प्रथम पुरुस्कार (1999), सहस्राब्दी विश्व हिंदी सम्मलेन, नयी दिल्ली में 'राष्ट्रीय हिंदी सेवी सहस्राब्दी साम्मन' से अलंकृत (14 - 23 सितंबर 2000) , जैमिनी अकादमी पानीपत (हरियाणा) द्वारा पद्मश्री 'डॉ लक्ष्मीनारायण दुबे स्मृति साम्मन' से विभूषित (04 सितम्बर 2001) , यूनाइटेड राइटर्स एसोसिएशन, चेन्नई द्वारा ' यू. डब्ल्यू ए लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड' से सम्मानित (2003) जीवनी- प्रकाशन: कवि, लेखक तथा शिक्षाविद के रूप में देश-विदेश की डायरेक्ट्रीज में जीवनी प्रकाशित : - 1.2.Asia Pacific –Who’s Who (3,4), 3.4. Asian /American Who’s Who(Vol.2,3), 5.Biography Today (Vol.2), 6. Eminent Personalities of India, 7. Contemporary Who’s Who: 2002/2003. Published by The American Biographical Research Institute 5126, Bur Oak Circle, Raleigh North Carolina, U.S.A., 8. Reference India (Vol.1) , 9. Indo Asian Who’s Who(Vol.2), 10. Reference Asia (Vol.1), 11. Biography International (Vol.6). फैलोशिप: 1. Fellow of United Writers Association of India, Chennai ( FUWAI) 2. Fellow of International Biographical Research Foundation, Nagpur (FIBR) सम्प्रति: प्राचार्य (से. नि.), राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सिरसागंज (फ़िरोज़ाबाद). कवि, कथाकार, लेखक व विचारक मोबाइल: 9568481040