योजना
योजना परमात्मा के पास आपको देने के लिए, हमेशा कुछ-न-कुछ होता है, हर समस्या का हल, हर परछाई के लिए
Read Moreसंध्या की बेला है, या है सुरीला नग़मा, या कि लगा हुआ है सजीले रंगों का मजमा, सुनहरी-रुपहली, लाल-पीले रंगों
Read Moreप्रेम दीपक जलाए रखिए, प्रेम की रोशनी पाते रहिए, लुटाते रहिए. लीला तिवानी “कहां जा रही हो?” सूरज-किरण से
Read Moreअजब नज़ारा/ गरीब को… न वक्त पे रोटी/ अमीर को… न रोटी को वक्त अब बतलाओ … कौन बेचारा?
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