क्षणिका

मेरी माँ

वे हैं रौनक मेरी दुनिया को महकानेवाली वे हैं जंगली कली मेरी तू ही पूजा और सुकून मेरी नाम से वे माँ हैं मेरी — दिलिणि तक्षिला सेव्वन्दि