हाइकु—
••••••• भर लो मुझे, बाहों के आगोश में, था मैं बेचैन।। •••••• अभी आकर, हो गये हम एक, लिपटकर।। ••••••••
Read More卐 जय माँ शारदे 卐 हायकू = बारह मासा =====[1]========= चैत्र कृषक अनाज प्राण सम हर्षित मन/ ====[2]========= वैशाख मास
Read Moreहायकू= सावन [१] चलत सखी कह गयी सयानी बरसे पानी/ [२] बादरिया भी हरस रही राधा मनमोहन/ [३] तूफ़ानी दिल
Read Moreआँगन सूना भाए नहीं पीहर तेरे बिन माँ राह तकें ना नैन बिछाए कोई दर पे खड़ा छूटा आँचल
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