हाइकु
1 वीर हँसते जिन्दगी ज्यूँ छेड़ती भीरु रो लेते । 2 वसंत शोर रवि-स्वर्णाभा-होड़ पीले गुच्छों से। 3 असार स्वप्न
Read More1 माला की सूता संजोये दो दो ड्योढीं सेतु है सुता । 2 घर गमले स्त्री-वट हो बोंजाई रिश्ते सम्भले।
Read More1 भीगी है चोली सुलगा तन मन विरही होली । 2 होली में लाल रंग नहायी पिया खुश्बू तू ख्याल
Read More1 अँक हो तंग मिटे जलन जंग स्नेह बौछारें । 2 धूल की होली बवंडर बनाती हवा खेलती । 3
Read More०१ मुस्कान तेरी, जीवन की नइया, है खेवइया। ०२ खिलखिलाना, तेरा मृदुल वाणी, मुस्कान मेरा। ०३ सदाबहार, बने रहे मुस्कान,
Read Moreपीली सरसो लट चमके श्वेत बर्फ से ढकी ^^ रूपसी नारी सताई जाती जग सौंदर्य सजा ^^ बसंत ऋतु कोहरे
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